आज इतिहास के पन्नों में दर्ज एक बेहद दर्दनाक घटना की बरसी है। 22 मार्च 2024 को रूस की राजधानी मॉस्को में एक दिल दहला देने वाले आतंकी हमले में 145 मासूम लोगों की जान चली गई और 500 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हमला मॉस्को के प्रसिद्ध क्रोकस सिटी हॉल में उस समय हुआ जब वहां लोकप्रिय रॉक बैंड 'पिकनिक' का लाइव कॉन्सर्ट चल रहा था। हमलावरों ने इस हमले को अंजाम देने से पहले पूरी तैयारी कर रखी थी। यह घटना राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पांचवें कार्यकाल के शुरुआती दिनों में हुई, जिसने पूरे रूस को सदमे में डाल दिया।
कैसे हुआ हमला?
करीब 6000 लोग रॉक बैंड का लाइव परफॉर्मेंस देखने के लिए हॉल में मौजूद थे। तभी अचानक चार आतंकवादी सेना की वर्दी पहनकर हॉल में घुस आए। उनके पास AK सीरीज की असॉल्ट राइफलें, पिस्तौल और चाकू थे। हमलावरों ने न केवल अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, बल्कि पेट्रोल बम और आग लगाने वाले उपकरणों का भी इस्तेमाल किया। गोलीबारी और बम विस्फोटों की आवाज से पूरा हॉल दहल उठा। बम धमाकों से हॉल की कई छतें ढह गईं और कई लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ लोगों को बेरहमी से गोली मारी गई, तो कुछ को काट दिया गया। हमलावरों ने इस पूरी घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड किया था, जिसे बाद में वायरल कर दहशत फैलाने की कोशिश की गई।
ISIS-के ने ली जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी 'इस्लामिक स्टेट-खोरासान प्रांत' (ISIS-K) ने ली। आतंकी संगठन ने अपनी प्रचार एजेंसी 'अमाक' के माध्यम से दावा किया कि उनके चार सदस्यों ने इस हमले को अंजाम दिया। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस बर्बर हमले को "क्रूर आतंकवादी कृत्य" बताया और देश में 24 मार्च को राष्ट्रीय शोक दिवस घोषित किया गया।
हमले के पीड़ित और हानि
इस हमले में कुल 145 लोगों की मौत की पुष्टि हुई। मृतकों में बेलारूस के 3, किर्गिज़स्तान के 2, मोल्दोवा, आर्मेनिया और अज़रबैजान के एक-एक नागरिक शामिल हैं। बच्चों पर भी हमला हुआ—6 बच्चों की जान चली गई और 8 बच्चों ने अपने माता-पिता खो दिए। सबसे बुजुर्ग पीड़ित 88 वर्षीय महिला थीं। रॉक बैंड 'पिकनिक' के सदस्य तो सुरक्षित रहे, लेकिन उनके सहायक मर्चेंडाइज डायरेक्टर की जान इस हमले में चली गई।
जांच और गिरफ्तारी
हमलावर सफेद रेनॉल्ट कार में भाग निकले लेकिन पुलिस ने 340 किलोमीटर दूर ब्रायंस्क क्षेत्र में उनकी कार को रोका। वहां मुठभेड़ के बाद चारों संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में दलेरदजोन मिर्ज़ोयेव, सैदकारामी मुरोदली राचाबलिज़ोदा, शमसिद्दीन फ़रीदुनी और मुहम्मदसोबिर फ़ैज़ोव शामिल हैं। ये सभी ताजिकिस्तान के नागरिक हैं। रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) ने 11 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है। इन चार मुख्य आतंकियों पर आजीवन कारावास की संभावना जताई जा रही है।
न भरने वाला जख्म
यह नरसंहार सिर्फ रूस ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक चेतावनी है कि आतंकवाद किसी भी देश में किसी भी समय अपना खूनी चेहरा दिखा सकता है। आज, एक साल बाद भी उन परिवारों के घाव हरे हैं, जिन्होंने अपनों को खोया। यह घटना रूस के इतिहास में सबसे घातक आतंकी हमलों में गिनी जाती है।